पहुंच से बाहर तक पहुंचना: कोलकाता में सड़क पर रहने वाले बच्चों की सीखने की पहल का केस स्टडीज
सारांश
यह सम्मेलन पत्र IFLA वर्ल्ड लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन कांग्रेस 80वें IFLA जनरल कॉन्फ्रेंस एंड असेंबली (2014) में प्रस्तुत किया गया था और इसे कॉमन्स एट्रिब्यूशन 3.0 अनपोर्टेड लाइसेंस की शर्तों के तहत वितरित किया गया है।
यह पेपर निहारकाना पुनर्वास केंद्र से तीन शिक्षा पहल, महिला इंटरलिंक फाउंडेशन द्वारा नबादिशा परियोजना और होप फाउंडेशन द्वारा शिक्षा से संबंधित परियोजनाओं को प्रदर्शित करता है। इन पहलों को एक स्कूल शिक्षक, सरकारी निकायों (कोलकाता नगर निगम और कोलकाता पुलिस) और एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) द्वारा समन्वित किया गया था। इन तीनों का उद्देश्य भारत में पश्चिम बंगाल राज्य के कोलकाता शहर में सड़क पर रहने वाले बच्चों के साथ-साथ परेशान बच्चों के बीच सीखने और जानकारी की सुविधा प्रदान करना है।
विचार - विमर्श
उपयोगकर्ता इस रिपोर्ट पर चर्चा कर सकते हैं और भविष्य के अपडेट के लिए सुझाव दे सकते हैं। टिप्पणी सबमिट करने के लिए आपको साइन इन करना होगा।
कोई टिप्पणी नहीं
Join the conversation and
Become a Member Existing member loginbecome a member.