सड़कों पर जीवित रहना

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देश
India
क्षेत्र
South Asia
भाषा
English
प्रकाशित वर्ष
2011
लेखक
Dr. Reshmi Bhaskaran and Dr. Balwant Mehta
संगठन
Save the Children UK
विषय
Child labour, exploitation and modern slavery Conflict and migration Education Gender and identity Health Human rights and justice Research, data collection and evidence Social connections / Family
सारांश

दिल्ली में सड़क पर रहने वाले बच्चों की जनगणना पर यह अध्ययन उनकी संख्या, एकाग्रता स्थानों, प्रकृति, जनसांख्यिकीय प्रोफाइल और उनके लिए उपलब्ध रैन बसेरों के बारे में अन्य विवरणों पर प्रकाश डालता है। अध्ययन के दो उद्देश्य थे: (1) दिल्ली में सड़क पर रहने वाले बच्चों की कुल संख्या का अनुमान लगाना; और (2) उनकी सामाजिक-आर्थिक और संबंधित स्थितियों की समझ लाना।

विचार - विमर्श

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